शुक्रवार, 20 जून 2025

जवाहरलाल नेहरू की किताब, द डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया (अंग्रेजी में) चैप्टर 6(II) "नयी समस्याएँ"

 🎧 नया एपिसोड | भारत एक खोज - अध्याय 6 (II)  नयी समस्याएँ 📚

“नयी समस्याएँ” अध्याय के इस अंतिम भाग में नेहरू बताते हैं कि कैसे भारत ने राजनीतिक उलटफेर, सांस्कृतिक संघर्ष और यूरोपीय वर्चस्व के युग में अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ी।

मुख्य विषय:

  • 👑 बाबर से अकबर तक  => मुग़लों का भारतीयकरण

  • ⚙️ एशिया और यूरोप के बीच तकनीकी अंतर

  • 🌱 संयुक्त संस्कृति का विकास => हिंदू-मुस्लिम समन्वय

  • औरंगज़ेब की प्रतिक्रियावादी नीतियाँ, हिंदू राष्ट्रवाद और शिवाजी का उदय

  • ⚔️ मराठा और ब्रिटिश संघर्ष  => और अंततः अंग्रेज़ों की जीत

  • 📉 भारत  का पिछड़ापन और अंग्रेज़ों की संगठनात्मक श्रेष्ठता

  • 🛡️ रणजीत सिंह और जय सिंह => क्षेत्रीय शक्ति के प्रतीक

  • 💰 भारत की आर्थिक पृष्ठभूमि और “दो इंग्लैंड” का दोगलापन 

🎙️ सुनिए इस दौर की कहानी, जब भारत इतिहास के एक निर्णायक मोड़ पर खड़ा था।



#भारतएकखोज #नेहरू #शिवाजी #औरंगज़ेब #अकबर #ब्रिटिशराज #रणजीतसिंह #पॉडकास्ट #गिरीबालाजोशी #ऑडियोबुक

शुक्रवार, 13 जून 2025

🔥 नेहरू की आत्मकथा – अध्याय 41 और 42 🚫📜 दमन, झूठ और अडिग प्रतिरोध 🎧 (अंग्रेजी में)

 🚫📜 दमन, झूठ और अडिग प्रतिरोध !

🎧 नेहरू की आत्मकथा के अध्याय 41 और 42 अब ऑडियो पॉडकास्ट में उपलब्ध:

📘 41: गिरफ़्तारियाँ, अध्यादेश और प्रतिबंध
1932 में ब्रिटिश हुकूमत ने कांग्रेस पर प्रतिबंध,
🛑 नागरिक स्वतंत्रताओं का हनन,
🚓 और हजारों कार्यकर्ताओं की गिरफ़्तारी शुरू की — नेहरू भी जेल गए।
पर इस अंधेरे में भी राष्ट्रवादी एकता की लौ जलती रही

📘 42: झूठ का शोर (Ballyhoo)
📰 ब्रिटिश सरकार ने झूठी कहानियों और प्रचार से आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की।
🙅‍♀️ शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर अत्याचार — नेहरू की मां तक को नहीं बख्शा गया।
💪 फिर भी जनता नहीं झुकी।
नेहरू बताते हैं कि नैतिक बल ही वह शक्ति थी जो आज़ादी के संघर्ष को थामे रही।

🎧 सुनिए भारत की आत्मा और अत्याचार के खिलाफ उसके संघर्ष की यह गाथा।


#नेहरू #स्वतंत्रतासंग्राम #ब्रिटिशराज #पॉडकास्ट #आत्मकथा

गुरुवार, 12 जून 2025

जवाहरलाल नेहरू की किताब, द डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया (अंग्रेजी में) चैप्टर 6(I) "नयी समस्याएँ"

 🎧 नया एपिसोड | भारत एक खोज – अध्याय 6   नयी समस्याएँ 📚

भाग 1: इस भाग में नेहरू बताते हैं कि कैसे अरबों, मंगोलों और अफ़ग़ानों के आगमन से भारत के सामने नयी सांस्कृतिक और सामाजिक चुनौतियाँ आईं — और किस तरह भारत ने इनका सामना कर एक मिश्रित संस्कृति की नींव रखी।

मुख्य विषय:

  • 🏹 अरब और मंगोल आक्रमण – और उनके स्थायी प्रभाव

  • 🕌 अरबी संस्कृति का उत्थान और भारत से संपर्क

  • ⚔️ महमूद ग़ज़नवी और अफ़ग़ान शासकों की भूमिका

  • 🌄 दक्षिण भारत, विजयनगर साम्राज्य और बाबर का आगमन

  • 🎭 मिश्रित संस्कृति का विकासकबीर, गुरु नानक, अमीर ख़ुसरो

  • 👥 भारतीय सामाजिक संरचना और सामूहिक जीवन की महत्ता

  • 🏡 ग्राम स्वशासन और शुक्रनीतिसार की परंपरा

  • 🧬 जातिवाद और संयुक्त परिवार की प्रणाली पर आलोचनात्मक दृष्टि

🎙️ सुनिए कि भारत ने समय के साथ कैसे बदली समस्याओं से जूझते हुए अपनी राह बनाई।



#भारतएकखोज #नेहरू #भारतीयइतिहास #कबीर #गुरुनानक #विजयनगर #जातिप्रथा #संयुक्तपरिवार #पॉडकास्ट #गिरीबालाजोशी #ऑडियोबुक

शनिवार, 7 जून 2025

🔥 नेहरू की आत्मकथा – अध्याय 39 और 40 🎧 (अंग्रेजी में)

 🌾🔥 ज़मीन, ज़ुल्म और संघर्ष की दस्तक।

🎧 नेहरू की आत्मकथा के अध्याय 39 और 40!

📘 39: संयुक्त प्रांत में कृषि संकट
भाड़े बढ़ते गए, फसल के दाम गिरते गए — किसान कर्ज़ में डूबते गए।
नेहरू ने किराएदारों की बेदखली और सरकारी दमन का कड़ा चित्रण किया।
कांग्रेस ने राहत की कोशिश की, पर जमींदार और सत्ता दोनों अड़े रहे।
⚠️ नेहरू ने चेताया — अगर शोषण नहीं रुका, तो वर्ग संघर्ष भड़केगा।

📘 40: संधि का अंत
देश उबल रहा था।
नेहरू ने भ्रमण किया और देखा हिंसक प्रतिक्रियाएँ, पुलिस दमन, और गहराती निराशा।
एक और गिरफ़्तारी के बावजूद, नेहरू डटे रहे:
🕊️ सिर्फ़ अहिंसा और एकता ही भारत को सच्ची आज़ादी दिला सकते हैं।

🎧 सुनिए इन अध्यायों में भारत की मिट्टी की आवाज़ और नेहरू की आत्मा की गूंज।



#नेहरू #किसानसंघर्ष #स्वतंत्रतासंग्राम #पॉडकास्ट #आत्मकथा

🔥 नेहरू की आत्मकथा – अध्याय 37 और 38 🎧 (अंग्रेजी में)

 ⚠️ समझौते की आड़ में संघर्ष। लंदन की सभा और स्वराज का सपना।

🎧 नेहरू की आत्मकथा के अध्याय 37 और 38!

📘 37: युद्धविराम की अवधि में तनाव
गांधी द्वितीय गोलमेज सम्मेलन की तैयारी कर रहे थे, और भारत में उबाल था —
आंदोलन, किसानों का असंतोष और सांप्रदायिकता।
नेहरू बताते हैं कि ब्रिटिश हठधर्मिता और सांप्रदायिक राजनीति ने माहौल को और बिगाड़ा।

📘 38: गोलमेज सम्मेलन
लंदन में गांधी को ऐसे मंच का सामना करना पड़ा जहाँ बहस नहीं, ब्रिटिश वफादारों का बोलबाला था।
नेहरू को सम्मेलन निरर्थक लगा — ना कोई समाधान, ना कोई सार्थक संवाद
उनके अनुसार, आज़ादी विदेशी दरबारों से नहीं, देश की ज़मीन पर संघर्ष से आएगी

🎧 सुनिए राजनीति और सिद्धांतों पर नेहरू की बेबाक टिप्पणियाँ।


#नेहरू #गांधी #गोलमेजसम्मेलन #स्वतंत्रतासंग्राम #पॉडकास्ट

जवाहरलाल नेहरू की किताब, द डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया (अंग्रेजी में) चैप्टर 5(III) "बीते युगों से"

 🎧 नया एपिसोड | द डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया  (भारत एक खोज) – अध्याय 5 (भाग 16-21) 📚

शीर्षक: बीते युगों से 

इस अध्याय के इस अंतिम भाग में नेहरू बताते हैं कि कैसे भारतीय सभ्यता की छाया दूर देशों तक पहुँची — कला, व्यापार, गणित और संस्कृति के माध्यम से।

मुख्य बिंदु:

  • 🌏 दक्षिण-पूर्व एशिया में भारतीय संस्कृति और उपनिवेशों की स्थायित्वशीलता

  • 🗿 भारतीय कला का वैश्विक प्रभाव

  • 🧱 प्राचीन भारतीय कला की विशेषताएँ

  • 🛶 भारत का समृद्ध विदेशी व्यापार

  • प्राचीन भारत में गणित का विकास

  • 🍂 सभ्यताओं के विकास और पतन पर विचार

🎙️ सुनिए इस रोचक कड़ी को, जो दर्शाती है भारत की वैश्विक छाप और आत्मचिंतन की परंपरा।



#भारतएकखोज #नेहरू #भारतीयकला #गणित #भारतीयसंस्कृति #दक्षिणपूर्वएशिया #इतिहास #पॉडकास्ट #गिरीबालाजोशी #ऑडियोबुक

बुधवार, 28 मई 2025

जवाहरलाल नेहरू की किताब, द डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया (अंग्रेजी में) चैप्टर 5(II) "बीते युगों से"

 🎧 नया एपिसोड | भारत एक खोज – अध्याय 5 (भाग 2) 📚

शीर्षक: बीते युगों से 

इस भाग में नेहरू भारतीय चिंतन परंपरा की गहराइयों में उतरते हैं — जहाँ दर्शन, भाषा, और आत्मचिंतन ने सभ्यता को आकार दिया।

मुख्य विषय:

  • 📖 संस्कृत की जीवंतता और स्थायित्व

  • 🧘 बौद्ध दर्शन और उसका दृष्टिकोण

  • 🔄 हिंदू धर्म पर बौद्ध धर्म का प्रभाव

  • 🤝 भारत में हिंदू धर्म द्वारा बौद्ध धर्म को आत्मसात करने की प्रक्रिया

  • 🧠 भारत का दार्शनिक दृष्टिकोण – सत्य की खोज में

  • 🌀 भारतीय दर्शन के छह प्रमुख दर्शनिक मत

  • 🌏 भारत और चीन के बीच सांस्कृतिक व दार्शनिक संबंध

🎙️ सुनिए नेहरू के शब्दों में, भारत के बौद्धिक और आध्यात्मिक विकास की यह झलक।



#भारतएकखोज #नेहरू #भारतीयदर्शन #बौद्धधर्म #हिंदूधर्म #संस्कृत #भारतऔरचीन #पॉडकास्ट #गिरीबालाजोशी #ऑडियोबुक

शनिवार, 24 मई 2025

🔥 नेहरू की आत्मकथा – अध्याय 35 और 36 🎧 (अंग्रेजी में)

 ⚖️ क्रांति और समझौते के बीच झूलता मन।

🎧 नेहरू की आत्मकथा के अध्याय 35 और 36 अब ऑडियो पॉडकास्ट के रूप में उपलब्ध!

📘 35: कराची कांग्रेस

नेहरू ने गांधी-इरविन समझौते को संकोच से समर्थन दिया — एकता के लिए, अपने संदेहों के बावजूद।
कराची कांग्रेस (1931) में भगत सिंह की फाँसी पर ग़ुस्सा था, पर आशा भी — मौलिक अधिकारों का प्रस्ताव पारित हुआ।
कांग्रेस और नेहरू, दोनों में समाजवादी सोच गहराने लगी।

📘 36: दक्षिण की छुट्टियाँ
एक दुर्लभ विराम।
नेहरू की श्रीलंका और दक्षिण भारत यात्रा — बौद्ध शांति और सांस्कृतिक विविधता का अनुभव।
पर विश्राम अल्पकालिक था। भारत फिर से पुकार रहा था।

🎧 सुनिए एक नेता की आंतरिक उथल-पुथल और शांतियों के छोटे ठहराव।



#नेहरू #कराचीकांग्रेस #भगतसिंह #मौलिकअधिकार #पॉडकास्ट

शुक्रवार, 23 मई 2025

जवाहरलाल नेहरू की किताब, द डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया (अंग्रेजी में) चैप्टर 5(I) "बीते युगों से"

 🎧 नया एपिसोड | भारत एक खोज – अध्याय 5 (भाग 1) 📚

शीर्षक: युगों के पार (Through the Ages)

इस अध्याय की पहली कड़ी में नेहरू हमें ले चलते हैं एक ऐसी ऐतिहासिक यात्रा पर, जिसमें भारत ने साम्राज्य, सांस्कृतिक संपर्क और स्वतंत्रता की उत्कंठा को जिया।

मुख्य बिंदु:

  • 🏹 गुप्त साम्राज्य – राष्ट्रवाद और साम्राज्यवाद की झलकियाँ

  • 🌄 दक्षिण भारत – अलग सांस्कृतिक विकास और योगदान

  • ⚔️ शांतिपूर्ण विकास बनाम युद्ध की पद्धतियाँ

  • 🕊️ भारत की सदियों पुरानी स्वतंत्रता की आकांक्षा

  • ⚖️ प्रगति और सुरक्षा के बीच संतुलन

  • 🤝 भारत के ईरान और यूनान से सांस्कृतिक संबंध

  • 🎭 प्राचीन भारतीय रंगमंच की झलक

🎙️ सुनें इस ऐतिहासिक यात्रा को, नेहरू की दृष्टि से।



#भारतएकखोज #नेहरू #गुप्तसाम्राज्य #दक्षिणभारत #भारतीयइतिहास #रंगमंच #पॉडकास्ट #गिरीबालाजोशी #ऑडियोबुक

शुक्रवार, 16 मई 2025

🔥 नेहरू की आत्मकथा – अध्याय 33 और 34 🎧 (अंग्रेजी में)

 🕯️ शोक और समझौता। एक पुत्र, एक नेता, और एक आंदोलनकारी की दास्तान।

🎧 नेहरू की आत्मकथा के अध्याय 33 और 34 अब ऑडियो पॉडकास्ट में सुनें।

📘 33: मेरे पिता की मृत्यु
💔 फरवरी 1931 में मोतीलाल नेहरू ने गरिमा के साथ दुनिया को अलविदा कहा।
देश भर में शोक की लहर थी। नेहरू को यह व्यक्तिगत दुख गांधीजी के समर्थन और अपने पिता की विरासत से कुछ हद तक सहन हुआ।

📘 34: दिल्ली समझौता
🤝 गांधी और वायसराय इरविन के बीच बातचीत से बना दिल्ली समझौता — एक अस्थायी शांति।
नेहरू गांधीजी के नैतिक साहस से प्रभावित थे, पर पूर्ण स्वतंत्रता से कम कुछ भी उन्हें अधूरा लगा।

🎧 सुनिए नेहरू की आत्मा की आवाज़ — बेटे, नेता और देशभक्त की तरह।



#नेहरू #मोतीलालनेहरू #दिल्लीसमझौता #गांधी #आत्मकथा #पॉडकास्ट

जवाहरलाल नेहरू की किताब, द डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया (अंग्रेजी में) चैप्टर 4(III) "द डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया"

 🎧 नया एपिसोड | भारत एक खोज – अध्याय 4 (भाग 3) 📚

भारत एक खोज के शीर्षक अध्याय का यह अंतिम भाग हमें ले चलता है उन सामाजिक, राजनीतिक और आध्यात्मिक धाराओं की ओर, जिन्होंने प्राचीन भारत को गढ़ा।

नेहरू बात करते हैं प्राचीन भारत के जीवन और कर्म, महावीर और बुद्ध जैसे सुधारकों की, और चंद्रगुप्त मौर्य तथा चाणक्य द्वारा स्थापित मौर्य साम्राज्य की। वे राज्य की संगठन प्रणाली पर विचार करते हैं, और बुद्ध के उपदेशों तथा बुद्ध कथा की ऐतिहासिक और आध्यात्मिक गहराई को उजागर करते हैं।

एपिसोड का समापन होता है सम्राट अशोक की गाथा से — एक ऐसा शासक जिसकी नैतिक विरासत आज भी जीवित है।

🎙️ सुनिए भारत की आत्मा की यह अंतिम कड़ी — नेहरू के शब्दों में



#भारतएकखोज #नेहरू #बुद्ध #अशोक #मौर्यसाम्राज्य #इतिहास #पॉडकास्ट #गिरीबालाजोशी #ऑडियोबुक

शनिवार, 10 मई 2025

🔥 नेहरू की आत्मकथा – अध्याय 31 और 32 🎧 (अंग्रेजी में)

 🔥 संघर्ष गहराता है, उम्मीदें बाकी हैं।

🎧 नेहरू की आत्मकथा के अध्याय 31 और 32 अब ऑडियो पॉडकास्ट के रूप में उपलब्ध!

📘 अध्याय 31: यरवदा में बातचीत
🏛️ मोतीलाल नेहरू की तबीयत जेल में बिगड़ती है। कांग्रेस और ब्रिटिश सरकार के बीच बातचीत नाकाम रहती है।
नेहरू यरवदा में गांधीजी से मिलते हैं — लेकिन कोई समझौता नहीं होता। आंदोलन फिर शुरू होता है और नेहरू दोबारा गिरफ्तार हो जाते हैं।

📘 अध्याय 32: यूनाइटेड प्रोविन्सेस में नो-टैक्स आंदोलन
🚜 जेल से नेहरू देखते हैं किसानों की ताकतवर कर-बहिष्कार की लहर।
🌾 दमन, सेंसरशिप और गिरफ्तारी के बीच भी जनता पीछे नहीं हटती।
कमला की गिरफ्तारी और मोतीलाल की बिगड़ती हालत से नेहरू भावनात्मक रूप से टूटते हैं — लेकिन जनशक्ति में उन्हें उम्मीद दिखती है।



#नेहरू #आत्मकथा #नो_टैक्स_आंदोलन #इतिहास #पॉडकास्ट

जवाहरलाल नेहरू की किताब, द डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया (अंग्रेजी में) चैप्टर 4(II) "द डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया"

 🎧 नया एपिसोड | भारत एक खोज – अध्याय 4 (भाग 2) 📚

भारत एक खोज के इस शीर्षक अध्याय की दूसरी कड़ी में हम और गहराई से झांकते हैं भारत की दार्शनिक और साहित्यिक परंपराओं में।

नेहरू चर्चा करते हैं व्यक्तिवादी दर्शन की — इसके लाभ, इसकी सीमाएँ, और भारतीय चेतना पर इसका प्रभाव। इसके बाद वे बात करते हैं भौतिकवाद की, और पहुँचते हैं भारत की दो महान महाकाव्य रचनाओं की ओर — रामायण और महाभारत। ये केवल कथाएं नहीं, बल्कि इतिहास, परंपरा और नैतिक द्वंद्व की जीवंत अभिव्यक्तियाँ हैं। अंत में नेहरू विश्लेषण करते हैं श्रीमद्भगवद्गीता को — एक ऐसी रचना जिसे उन्होंने कालातीत और आज भी प्रासंगिक माना।

🎙️ इस पॉडकास्ट में सुनें भारत की आत्मा की इन गहराइयों को नेहरू की दृष्टि से।



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शनिवार, 3 मई 2025

🔥 नेहरू की आत्मकथा – अध्याय 29 और 30 🎧 (अंग्रेजी में)

 🔥 नेहरू की आत्मकथा – अध्याय 29 और 30 🎧

🎙️ सत्याग्रह, साहस और आत्मचिंतन की दास्तान!
अध्याय 29 और 30 अब ऑडियो पॉडकास्ट के रूप में उपलब्ध!

📘 अध्याय 29: सविनय अवज्ञा की शुरुआत
🧂 गांधीजी की नमक यात्रा से शुरू हुआ एक ऐतिहासिक आंदोलन!
🇮🇳 पूरा देश अहिंसात्मक प्रतिरोध से गूंज उठा। महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। कांग्रेस ने नेतृत्व जारी रखा, भले ही अधिकांश नेता जेल भेजे गए। नेहरू इस आंदोलन की नैतिक शक्ति और ब्रिटिश शासन की दमनकारी नीति को उजागर करते हैं।

📘 अध्याय 30: नैनी जेल में
🚪 नेहरू को एकांत कारावास में रखा गया —
💭 अकेलेपन, कठोर परिस्थितियों और ब्रिटिश कारागार व्यवस्था की अमानवीयता के बीच, नेहरू ने दिनचर्या और आत्मचिंतन में शक्ति पाई।
जेल की क्रूरता के बीच भी कभी-कभी कैदियों की आपसी एकजुटता झलकती है — जैसे आज़ादी की लड़ाई सलाखों के भीतर भी ज़िंदा हो।



#नेहरू #आत्मकथा #सविनयअवज्ञा #नमकसत्याग्रह #भारतीयस्वतंत्रतासंग्राम #पॉडकास्ट #इतिहास


गुरुवार, 1 मई 2025

जवाहरलाल नेहरू की किताब, द डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया (अंग्रेजी में) चैप्टर 4(I) "द डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया"

 🎧 नया एपिसोड | भारत एक खोज – अध्याय 4 (भाग 1) 📚

हम आ पहुंचे हैं जवाहरलाल नेहरू की कालजयी कृति भारत एक खोज के सबसे महत्वपूर्ण अध्याय पर — जिसका नाम स्वयं इस पुस्तक का शीर्षक है: "भारत एक खोज"।

इस पहले भाग में नेहरू हमें ले चलते हैं एक अद्भुत यात्रा पर — सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर आर्यों के आगमन तक, हिंदू धर्म की अवधारणा से होते हुए वेदों और उपनिषदों की गहराई तक। साथ ही वे चर्चा करते हैं प्राचीन भारत की कथाओं, आस्थाओं, जीवन-दर्शन, और वर्ण व्यवस्था के आरंभ पर।

यह केवल इतिहास नहीं, बल्कि भारत की आत्मा को समझने का आमंत्रण है।

🎙️ इस पॉडकास्ट को सुनें और जानिए भारत की सांस्कृतिक यात्रा की शुरुआत।



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जवाहरलाल नेहरू की आत्मकथा: अध्याय 27 & 28 (अंग्रेजी में )

🇮🇳 नेहरू की आत्मकथा – अध्याय 27 और 28 🎙️

🎧 भारत की स्वतंत्रता संग्राम की कहानी, नेहरू की ज़ुबानी!
अध्याय 27 और 28 अब ऑडियो पॉडकास्ट के रूप में उपलब्ध!

📘 अध्याय 27: तूफ़ान के पहले की आहट
⚡ 1929 के अंत में, राजनीतिक उथल-पुथल बढ़ रही थी।
नेहरू ने देखा कि शांतिपूर्ण संवैधानिक मांगें अब पूर्ण स्वतंत्रता की प्रबल माँग में बदल रही हैं। क्रांतिकारी गतिविधियाँ, श्रमिक आंदोलन और गांधीजी की लोकप्रियता ने देश को आंदोलित किया। इन संघर्षों के बीच, नेहरू ने कांग्रेस का नेतृत्व संभाला — आशाओं, असहमति और दमन के बीच रास्ता तलाशते हुए।

📘 अध्याय 28: स्वतंत्रता और उसके बाद
📅 26 जनवरी 1930 — भारत का पहला स्वतंत्रता दिवस!
लाहौर कांग्रेस में नेहरू की अध्यक्षता में पूर्ण स्वराज की घोषणा हुई।
वो बताते हैं उस ऐतिहासिक पल की भावनाओं के बारे में — नेतृत्व और प्रसिद्धि को लेकर उनके मन के द्वंद्व, और निजी संघर्ष जो उनके सार्वजनिक चेहरे के पीछे छिपे थे। इस सबके बीच, ‘कार्य’ बना उनका सहारा

🕊️ आज़ादी की पुकार और आत्ममंथन से भरी यह यात्रा ज़रूर सुनें!



 #नेहरू #आत्मकथा #भारतीयस्वतंत्रतासंग्राम #पॉडकास्ट #इतिहास #IndependenceDay1930


गुरुवार, 24 अप्रैल 2025

जवाहरलाल नेहरू की किताब, द डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया (अंग्रेजी में) चैप्टर 3 "द क्वेस्ट"

 🌏  आइए सुनते हैं द डिस्कवरी ऑफ इंडिया के तीसरे अध्याय "द क्वेस्ट" की ऑडियो प्रस्तुति  🎧  जवाहरलाल नेहरू की कलम से, उनके विचारों की खोज यात्रा। 🇮🇳✨


इस अध्याय में नेहरू भारत के अतीत की गहराइयों में उतरते हैं और इस देश की आत्मा को समझने की कोशिश करते हैं — वह भारत को सिर्फ भूगोल या इतिहास में नहीं, बल्कि उसकी चेतना, विविधता और संस्कृति में तलाशते हैं।

📚 इस अध्याय के विषय:
🔹 भारत के अतीत का दृश्यपटल
🔹 राष्ट्रवाद और अंतरराष्ट्रीयता
🔹 भारत की शक्ति और दुर्बलता
🔹 भारत की खोज
🔹 ‘भारत माता’ – राष्ट्र की आत्मा का प्रतीक
🔹 भारत की विविधता और एकता
🔹 भारत की यात्रा
🔹 आम चुनाव
🔹 जनसाधारण की संस्कृति
🔹 दो जीवन – एक निजी, एक सार्वजनिक

आपके लिए भारत माता का क्या अर्थ है? आप किस तरह देखते हैं भारत की विविधता में एकता को?

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बुधवार, 16 अप्रैल 2025

जवाहरलाल नेहरू की किताब, द डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया (अंग्रेजी में) चैप्टर 2 "बाडेनवाइलर, लॉज़ान"

🎧 नया एपिसोड!

The Discovery of India के दूसरे अध्याय "बाडेनवाइलर, लॉज़ान" की ऑडियो प्रस्तुति अब YouTube पर उपलब्ध है। यह अध्याय जवाहरलाल नेहरू के निजी जीवन की एक झलक पेश करता है—एक पति, एक पिता, और एक संवेदनशील इंसान के रूप में।

📍 इस अध्याय में नेहरू लिखते हैं:

🌸 कमला – कमला नेहरू के संघर्ष, साहस और कोमलता का चित्रण।
💍 हमारी शादी और उसके बाद – उनके दांपत्य जीवन की आत्मीय झलक।
🧩 मानव संबंधों की समस्या – अकेलेपन और भावनात्मक संबंधों पर विचार।
🎄 क्रिसमस 1935 – कमला की बीमारी के दौरान की एक मार्मिक स्मृति।
🕊️ मृत्यु – एक प्रियजन को खोने का गहरा दुःख।
🌍 मुसोलिनी, वापसी – राजनीतिक संदर्भों की ओर एक संक्षिप्त वापसी।

🎙️ सुनिए नेहरू के शब्द—एक प्रेम, पीड़ा और आत्ममंथन से भरा हुआ अध्याय 


 अपने विचार और अनुभव कमेंट में जरूर साझा करें 💬

#TheDiscoveryOfIndia #नेहरू #कमला_नेहरू #इतिहास_पॉडकास्ट #LettersFromNehru #DiscoveryOfIndia


शुक्रवार, 11 अप्रैल 2025

जवाहरलाल नेहरू की किताब "The Discovery of India" Audiobook Chapter 1 (अंग्रेजी में )

ये ऑडियोबुक जवाहरलाल नेहरू की किताब "The Discovery of India" का शब्दशः रूपांतर है.  निकट भविष्य में हिंदी अनुवाद करने का इरादा है. तब हिंदी ऑडियोबुक रिकॉर्ड करूंगी.  प्रस्तुत हैं प्रस्तावना और पहला अध्याय:


गुरुवार, 23 जनवरी 2025

जवाहरलाल नेहरू की आत्मकथा: Preface, Chapters 1&2


हिंदी ट्रांसलेशन में समय लगेगा।  इसलिए प्रस्तुत है  Jawaharlal Nehru's "Autobiography" अंग्रेजी में. Narrated by Giribala Joshi


शुक्रवार, 17 जनवरी 2025

फ्री ऑडियोबुक अंग्रेजी व हिंदी में | पिता के पत्र पुत्री के नाम (1929)| जवाहरलाल नेहरू

पिता के पत्र पुत्री के नाम  (1929)  लेखक - जवाहरलाल नेहरू। 
 ये पत्र जवाहरलाल नेहरू ने जेल से अपनी बेटी इंदिरा प्रियदर्शिनी (बाद में गांधी) को लिखे थे. इन पत्रों में इस दुनिया के और अपने देश भारत के प्रागैतिहासिक काल यानि prehistoric era और आरम्भिक इतिहास की कहानी है. इनमें कही बातें, छोटे-बड़े सभी लोगों का ज्ञानवर्धन करती हैं और वैश्विक एकत्व और बंधुत्व की भावना को बढ़ावा देती हैं.

TABLE OF CONTENTS
Foreword To First Edition 0:54
1. The Book Of Nature 2:25
2. How Early History Was Written 7:33
3. The Making Of The Earth 13:08
4. The First Living Things 17:39
5. The Animals Appear 24:27
6. The Coming Of Man 29:16
7. The Early Men 35:53
8. How Different Races Were Formed 43:40
9. The Races And Languages Of Mankind 49:13
10. The Relationships Of Languages 55:19
11. What Is Civilization? 59:45
12. The Formation Of Tribes 1:03:00
13. How Religion Began And Division Of Labour 1:07:04
14 The Changes Brought About By Agriculture 1:11:44
15. The Patriarch—How He Began 1:15:32
16. The Patriarch—How He Developed 1:19:03
17. The Patriarch Becomes The King 1:22:42
18. The Early Civilizations 1:25:12
19. The Great Cities Of The Ancient World 1:31:21
20. Egypt And Crete 1:35:06
21. China And India 1:39:32
22. Sea Voyages And Trade 1:43:26
23. Language, Writing And Numerals 1:49:15
24. Different Classes Of People 2:19:28
25. Kings And Temples And Priests 1:56:43
26. A Look Back 2:01:26
27. Pictures Of Fossil Fishes 2:03:58
28. Fossils And Ruins 2:05:34
29. The Aryans Come To India 2:08:17
30. What Were The Aryans In India Like? 2:11:51
31. The Ramayana And The Mahabharata 2:16:03

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गुरुवार, 9 जनवरी 2025

पत्र 31 | रामायण और महाभारत

इस पत्र में नेहरू रामायण और महाभारत की महत्ता पर चर्चा करते हैं। वे बताते हैं कि वेदों के युग के बाद काव्यों का युग आया, जिसमें दो प्रमुख महाकाव्य — रामायण और महाभारत — लिखे गए।

नेहरू लिखते हैं कि इस युग में आर्य लोग उत्तर भारत से विंध्य पर्वत तक फैल गए थे, और इस क्षेत्र को "आर्यावर्त" कहा जाता था, जो चाँद के आकार की तरह दिखता था।

रामायण की कथा राम और सीता के साथ लंका के राजा रावण की लड़ाई की है, जिसे वाल्मीकि ने संस्कृत में लिखा, और तुलसीदास ने हिंदी में "रामचरितमानस" के रूप में प्रस्तुत किया। संभव है कि रामायण में दक्षिण भारत के लोगों और आर्यों की लड़ाई का चित्रण हो।

महाभारत, जो रामायण के काफी बाद लिखा गया, एक विशाल ग्रंथ है और इसमें आर्यों के आपसी संघर्ष की कथा है। लेकिन इसके अतिरिक्त, इसमें गहरी विचारधारा और सुंदर कहानियाँ हैं, जिनमें भगवद गीता एक अनमोल रत्न है। नेहरू बताते हैं कि ये ग्रंथ हजारों साल पुराने होने के बावजूद आज भी जीवित हैं और लोगों पर प्रभाव डालते हैं।

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पत्र 30 | हिन्दुस्तान के आर्य कैसे थे?

इस पत्र में, नेहरू बताते हैं कि आर्य हजारों साल पहले हिन्दुस्तान आए थे, शायद कई चरणों में, जहां वे लंबे काफिलों में यात्रा करते हुए आए। ज़्यादातर आर्य उत्तर पश्चिम की पहाड़ियों से आए, जबकि कुछ शायद समुद्र के रास्ते सिंधु नदी तक पहुंचे।

आर्यों के जीवन और संस्कृति की जानकारी उनकी प्राचीन पुस्तकों, खासकर वेदों, से मिलती है। वेद दुनिया की सबसे पुरानी पुस्तकों में गिनी जाती हैं, जिन्हें शुरू में लिखा नहीं गया था, बल्कि लोग उन्हें याद करके गाते और सुनाते थे। ये संस्कृत में लिखी गईं और आज भी उनकी सुंदरता के कारण प्रशंसा की जाती है। वेदों में उस समय के ऋषियों और मुनियों का ज्ञान संकलित था। नेहरू बताते हैं कि वे लोग आज के समय के लोगों से अधिक बुद्धिमान माने जाते हैं और उनकी पुस्तकें आज भी आदर के साथ देखी जाती हैं।

ऋग्वेद, सबसे पुराना वेद, भजनों और गीतों से भरा है, जो दर्शाता है कि पुराने आर्य खुशमिजाज और हंसमुख थे। वे अपनी स्वतंत्रता को बहुत महत्व देते थे और गुलामी से बेहतर मरना समझते थे।

आर्य अच्छे योद्धा थे और विज्ञान और कृषि में भी माहिर थे। वे नदियों और जानवरों, खासकर गाय और बैल, का सम्मान करते थे, क्योंकि ये उनकी खेती और जीवन में सहायक थे। गाय को उनकी उपयोगिता के कारण महत्व दिया गया, लेकिन समय के साथ लोग इसका असली कारण भूलकर उसकी पूजा करने लगे।

आर्य अपनी जाति पर गर्व करते थे और दूसरों से मिलजुल कर रहने से बचते थे। उन्होंने नियम बनाए ताकि अन्य जातियों से विवाह न हो सके। यह धीरे-धीरे जाति व्यवस्था में बदल गया, जिसे नेहरू आज के समय में निरर्थक मानते हैं और कहते हैं कि यह प्रथा अब घट रही है।

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पत्र 29 आर्यों का हिन्दुस्तान में आना

 इस पत्र में नेहरू आर्यों के भारत आने और उससे हुई सांस्कृतिक बदलावों के बारे में बताते हैं। वे समझाते हैं कि आर्यों के आने से पहले भारत में एक प्राचीन सभ्यता थी, जैसे मिस्र में थी, और उस समय भारत में रहने वाले लोग द्रविड़ कहलाते थे। आज के दक्षिण भारत में उनके वंशज रहते हैं।

आर्य मध्य एशिया से आए और खाने की कमी के कारण अन्य देशों में फैल गए, जिनमें से कुछ ईरान और यूनान गए, जबकि कुछ कश्मीर के पहाड़ों के रास्ते भारत आए। आर्य एक ताकतवर योद्धा जाति थे जिन्होंने द्रविड़ों को दक्षिण की तरफ धकेल दिया। शुरुआत में आर्य केवल पंजाब और अफगानिस्तान में बस गए थे, जिसे उस समय "ब्रह्मावर्त" कहा जाता था।

आर्यों का विस्तार धीरे-धीरे गंगा और यमुना के मैदानों तक हुआ, जिसे उन्होंने "आर्यावर्त" नाम दिया। वे नदियों के किनारे बसे, और काशी (बनारस), प्रयाग जैसे शहर नदी तटों पर ही बने।

नेहरू यह भी बताते हैं कि आर्यों के भारत में आने के बारे में पुरानी संस्कृत किताबों से जानकारी मिलती है, जैसे वेदों से, जिनमें ऋग्वेद सबसे पुराना है। इसके बाद पुराण, रामायण, और महाभारत जैसे ग्रंथों से आर्यों की सभ्यता और विस्तार के बारे में और जानकारी मिलती है।

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