(English Version)
जब भी मेरी सहेलियां अपने हीरे के जड़ाऊ जेवर दिखाती हैं, या अपने रिश्तेदारों द्वारा आयोजित शानदार पार्टियों का वर्णन करती है, या अपने माँ-बाप-दादा-दादी के राजशाही घरों के किस्से सुनती हैं, तो मेरी तीव्र इच्छा होती है कि मैं भी उन्हें अपनी दीदी के बारे में बताऊँ. परन्तु जैसे ही मैं कहना शुरू करती हूँ, "मेरी दीदी...," कोई और मुझसे तेज आवाज़ वाला अपनी बात कहने लगता है. मेरी आवाज में वो दम ही नहीं हैं कि चार लोगों के बीच अपनी बात कह सकूं.
जब भी मेरी सहेलियां अपने हीरे के जड़ाऊ जेवर दिखाती हैं, या अपने रिश्तेदारों द्वारा आयोजित शानदार पार्टियों का वर्णन करती है, या अपने माँ-बाप-दादा-दादी के राजशाही घरों के किस्से सुनती हैं, तो मेरी तीव्र इच्छा होती है कि मैं भी उन्हें अपनी दीदी के बारे में बताऊँ. परन्तु जैसे ही मैं कहना शुरू करती हूँ, "मेरी दीदी...," कोई और मुझसे तेज आवाज़ वाला अपनी बात कहने लगता है. मेरी आवाज में वो दम ही नहीं हैं कि चार लोगों के बीच अपनी बात कह सकूं.