🇮🇳 नेहरू की आत्मकथा – अध्याय 27 और 28 🎙️
🎧 भारत की स्वतंत्रता संग्राम की कहानी, नेहरू की ज़ुबानी!
✨ अध्याय 27 और 28 अब ऑडियो पॉडकास्ट के रूप में उपलब्ध!
📘 अध्याय 27: तूफ़ान के पहले की आहट
⚡ 1929 के अंत में, राजनीतिक उथल-पुथल बढ़ रही थी।
नेहरू ने देखा कि शांतिपूर्ण संवैधानिक मांगें अब पूर्ण स्वतंत्रता की प्रबल माँग में बदल रही हैं। क्रांतिकारी गतिविधियाँ, श्रमिक आंदोलन और गांधीजी की लोकप्रियता ने देश को आंदोलित किया। इन संघर्षों के बीच, नेहरू ने कांग्रेस का नेतृत्व संभाला — आशाओं, असहमति और दमन के बीच रास्ता तलाशते हुए।
📘 अध्याय 28: स्वतंत्रता और उसके बाद
📅 26 जनवरी 1930 — भारत का पहला स्वतंत्रता दिवस!
लाहौर कांग्रेस में नेहरू की अध्यक्षता में पूर्ण स्वराज की घोषणा हुई।
वो बताते हैं उस ऐतिहासिक पल की भावनाओं के बारे में — नेतृत्व और प्रसिद्धि को लेकर उनके मन के द्वंद्व, और निजी संघर्ष जो उनके सार्वजनिक चेहरे के पीछे छिपे थे। इस सबके बीच, ‘कार्य’ बना उनका सहारा।
🕊️ आज़ादी की पुकार और आत्ममंथन से भरी यह यात्रा ज़रूर सुनें!
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