इस पत्र में नेहरू रामायण और महाभारत की महत्ता पर चर्चा करते हैं। वे बताते हैं कि वेदों के युग के बाद काव्यों का युग आया, जिसमें दो प्रमुख महाकाव्य — रामायण और महाभारत — लिखे गए।
नेहरू लिखते हैं कि इस युग में आर्य लोग उत्तर भारत से विंध्य पर्वत तक फैल गए थे, और इस क्षेत्र को "आर्यावर्त" कहा जाता था, जो चाँद के आकार की तरह दिखता था।
रामायण की कथा राम और सीता के साथ लंका के राजा रावण की लड़ाई की है, जिसे वाल्मीकि ने संस्कृत में लिखा, और तुलसीदास ने हिंदी में "रामचरितमानस" के रूप में प्रस्तुत किया। संभव है कि रामायण में दक्षिण भारत के लोगों और आर्यों की लड़ाई का चित्रण हो।
महाभारत, जो रामायण के काफी बाद लिखा गया, एक विशाल ग्रंथ है और इसमें आर्यों के आपसी संघर्ष की कथा है। लेकिन इसके अतिरिक्त, इसमें गहरी विचारधारा और सुंदर कहानियाँ हैं, जिनमें भगवद गीता एक अनमोल रत्न है। नेहरू बताते हैं कि ये ग्रंथ हजारों साल पुराने होने के बावजूद आज भी जीवित हैं और लोगों पर प्रभाव डालते हैं।
अंग्रेजी में :
हिंदी में :
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें