पिता के पत्र | एपिसोड 29 पत्र 31 | रामायण और महाभारत | The Ramayana and the Mahabharata
इस पत्र में नेहरू ने रामायण और महाभारत की महत्ता पर चर्चा की है। वे बताते हैं कि वेदों के युग के बाद काव्यों का युग आया, जिसमें दो प्रमुख महाकाव्य—रामायण और महाभारत—लिखे गए।
नेहरू ने बताया कि इस युग में आर्य लोग उत्तर भारत से विंध्य पर्वत तक फैल गए थे, और इस क्षेत्र को "आर्यावर्त" कहा जाता था, जो चाँद के आकार की तरह दिखता था।
रामायण की कथा राम और सीता के साथ लंका के राजा रावण की लड़ाई की है, जिसे वाल्मीकि ने संस्कृत में लिखा, और तुलसीदास ने हिंदी में "रामचरितमानस" के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने यह भी कहा कि रामायण में हो सकता है कि दक्षिण भारत के लोगों और आर्यों की लड़ाई का चित्रण हो।
महाभारत, जो रामायण के काफी बाद लिखा गया, एक विशाल ग्रंथ है और इसमें आर्यों के आपसी संघर्ष की कथा है। लेकिन इसके अतिरिक्त, इसमें गहरी विचारधारा और सुंदर कहानियाँ हैं, जिनमें भगवद गीता एक अनमोल रत्न है। नेहरू ने यह भी बताया कि ये ग्रंथ हजारों साल पुरानी होने के बावजूद आज भी जीवित हैं और लोगों पर प्रभाव डालते हैं।
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पाठ 31 रामायण और महाभारत
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