"विश्व इतिहास की झलक" के इस पत्र में नेहरूजी ज्ञान के असीमित भंडार और specialization की चुनौतियों को पर प्रकाश डालते हैं. और फिर आइंस्टाइन की चर्चा करते हैं जो ऐसे संकीर्ण दृष्टिकोण से ऊपर उठकर मानवीय ज्ञान को समग्रता में देखते थे. आइंस्टीन के अभूतपूर्व कार्य, विशेष रूप से theory of relativity यानि सापेक्षता के सिद्धांत और सूर्य ग्रहण के दौरान इसकी प्रायोगिक पुष्टि को सरल भाषा में समझाते हैं.
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