फिल्म 'यमला पगला दीवाना' में धर्मेन्द्र जी ने एक गाना लिखा है. इस फिल्म के प्रचार के दौरान, हमारे रोमांटिक-एक्शन हीरो ने बताया कि वे कवितायेँ भी लिखते हैं और निकट भविष्य में अपना कविता संकलन प्रकाशित करेंगे. जब तक असली कवितायेँ छप कर ना आ जाएँ, तब तक आप इन नकली कविताओं से काम चलाइए:
#1
मैं जट यमला पगला दीवाना,
हो रब्बा, इतनी सी बात ना जाना,
कि राजनीति मेरे बस की बात नहीं है.
चुनाव जीतना तो बाएं हाथ का खेल था,
हो रब्बा, संसद में बैठ ना पाया,
कि अभिनेता से नेता बनना आसान नहीं है.
"बसंती इन कुत्तों के सामने मत नाचना,"
यह कहकर मैं बसंती को घर तो ले आया,
मगर बसंती का नाचने का शौक ना गया.
और तो और, बेटियों को भी सिखा दिया.
कहती है, "नृत्य मेरा जीवन है,
कुत्तों के डर से क्या जीना छोड़ दूं?"
# 3
गलियों में, चौबारों में, महफ़िल की चार दीवारों में,
बेगैरत सौदागर लगे हैं अफवाहों की चोर बाजारी में.
लोगों को क्या रील और रियल में फर्क नहीं पता चलता?
जो कहते हैं, "मुंबई के कुत्तों का खून धरम पाजी पी गए."
पागल कुत्ते तो अब भी भोंकते हैं, खुदा ना खास्ता,
मैं शायद मीना कुमारी जी जितना दीवाना नहीं हूँ लेकिन जाने क्यों इस शख्स पर बहुत प्यार आता है. कविताएं ठीक ओरिजनल इत्ती सी बात न जाना वाले अंदाज को संवारती है और आखिरी कविता तक आते हुए लगता है कि ये महज हास्य नहीं है. आपका संदेश दिमाग तक पहुँचता है. बहुत खूब...
जवाब देंहटाएं.
जवाब देंहटाएं@-मुंबई को बम्बई कह दो तो काटने को दौड़ते हैं...
गजब का निशाना साधा है ।
बधाई ।
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bahut khoob
जवाब देंहटाएंgajab ka likha hai aapne
aanand aa gaya
aabhaar
धन्यवाद् किशोर! इसका मतलब है कि...है कि...है कि आप ने 'यमला पगला दीवाना' देख ली.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद् दिव्या!
क्रिएटिव मंच: बाकी के टीम मेम्बर्स को मेरा हेलो बोलना!
very gud giri
जवाब देंहटाएंWow
जवाब देंहटाएंगजब का निशाना साधा है| धन्यवाद|
जवाब देंहटाएंब्लॉग की दुनिया में आपका स्वागत,
जवाब देंहटाएंउत्तरप्रदेश ब्लोगेर असोसिएसन
{uttarpradeshblogerassociation.blogspot.com} ब्लोगेरो की एक बड़ी संस्था बन रही है. आप इसके प्रशंसक बनकर हमारा उत्साह वर्धन करें. ब्लॉग पर पहुँचाने के लिए यहाँ क्लीक करें. इस सामुदायिक चिट्ठे पर लेखक बनने के लिए अपना मेल आईडी इस पते पर भेंजे, indianbloger@gamil.com , इसके बाद आपको एक निमंत्रण मिलेगा और उसे स्वीकार करते ही आप इसके लेखक बन जायेंगे.
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@Anchal: Thanks :-)
जवाब देंहटाएं@Anand, @Patali, and @Harish, thanks a lot for the welcome. I will slowly get to know you all and keep your suggestions in mind :-)
इस बात में कोई भी दो राय नहीं है कि लिखना बहुत ही अच्छी आदत है, इसलिये ब्लॉग पर लिखना सराहनीय कार्य है| इससे हम अपने विचारों को हर एक की पहुँच के लिये प्रस्तुत कर देते हैं| विचारों का सही महत्व तब ही है, जबकि वे किसी भी रूप में समाज के सभी वर्गों के लोगों के बीच पहुँच सकें| इस कार्य में योगदान करने के लिये मेरी ओर से आभार और साधुवाद स्वीकार करें|
जवाब देंहटाएंअनेक दिनों की व्यस्ततम जीवनचर्या के चलते आपके ब्लॉग नहीं देख सका| आज फुर्सत मिली है, तब जबकि 14 फरवरी, 2011 की तारीख बदलने वाली है| आज के दिन विशेषकर युवा लोग ‘‘वैलेण्टाइन-डे’’ मनाकर ‘प्यार’ जैसी पवित्र अनुभूति को प्रकट करने का साहस जुटाते हैं और अपने प्रेमी/प्रेमिका को प्यार भरा उपहार देते हैं| आप सबके लिये दो लाइनें मेरी ओर से, पढिये और आनन्द लीजिये -
वैलेण्टाइन-डे पर होश खो बैठा मैं तुझको देखकर!
बता क्या दूँ तौफा तुझे, अच्छा नहीं लगता कुछ तुझे देखकर!!
शुभाकॉंक्षी|
डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’
सम्पादक (जयपुर से प्रकाशित हिन्दी पाक्षिक समाचार-पत्र ‘प्रेसपालिका’) एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष-भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान (बास)
(देश के सत्रह राज्यों में सेवारत और 1994 से दिल्ली से पंजीबद्ध राष्ट्रीय संगठन, जिसमें 4650 से अधिक आजीवन कार्यकर्ता सेवारत हैं)
फोन : 0141-2222225(सायं सात से आठ बजे के बीच)
मोबाइल : 098285-02666
बढ़िया है
जवाब देंहटाएंप्रस्तुति अलग अंदाज में, बढिया...
जवाब देंहटाएंहिन्दी ब्लाग जगत में आपका स्वागत है, कामना है कि आप इस क्षेत्र में सर्वोच्च बुलन्दियों तक पहुंचें । आप हिन्दी के दूसरे ब्लाग्स भी देखें और अच्छा लगने पर उन्हें फालो भी करें । आप जितने अधिक ब्लाग्स को फालो करेंगे आपके अपने ब्लाग्स पर भी फालोअर्स की संख्या बढती जा सकेगी । प्राथमिक तौर पर मैं आपको मेरे ब्लाग 'नजरिया' की लिंक नीचे दे रहा हूँ आप इसका अवलोकन करें और इसे फालो भी करें । आपको निश्चित रुप से अच्छे परिणाम मिलेंगे । कृपया जहाँ भी आप ब्लाग फालो करें वहाँ एक टिप्पणी अवश्य छोडें जिससे दूसरों को आप तक पहुँच पाना आसान रहे । धन्यवाद सहित...
http://najariya.blogspot.com/
बहुत करारा व्यंग किया जी, सुन्दर।
जवाब देंहटाएंनिरंकुशजी, तिवारीजी, बाकलीवालजी, संगीताजी, और अरूणजी, आप सबका धन्यवाद् :-))
जवाब देंहटाएंmast likhaa hai paaji ne...
जवाब देंहटाएंThanks Manu!!
जवाब देंहटाएंबसंती को किसी के भी डर से जीना छोड़ने की जरूररत नहीं है. मैं बसंती के साथ हूँ......
जवाब देंहटाएंThanks Anil! Basanti bahut khush hogi yah jaankar!!
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