नेहरू और एडविना: हर किसी को नहीं मिलता ऐसा प्यार ज़िंदगी में!
1947 के बाद, एडविना का प्रेम पूरी तरह से नेहरू के प्रति समर्पित था. वो उनकी बुद्धिमत्ता, साहस, और शिष्टता से अत्यंत प्रभावित थी. नेहरू आकर्षक, सुसंस्कृत, ज्ञानवान, साहसी, शब्दों के धनी तो थे ही, साथ ही निष्कपट व शिष्टाचारी भी थे. नेहरू भी एडविना को अपने बराबर का मानते थे. एडविना की समझदारी, अनुभव, और अपने काम के प्रति उनकी लगन के लिए उनका सम्मान करते थे.
इस वीडियो श्रृंखला में बताई गयी जानकारी निम्न स्त्रोतों से ली गयी है:
Jawaharlal Nehru: A Biography (Vol. 1) by Sarvepalli Gopal https://www.amazon.com/Jawaharlal-Nehru-1889-1947-v-1-Biography/dp/0224010298
Daughter of Empire: My Life as a Mountbatten by Pamela Hicks https://www.amazon.com/Daughter-Empire-My-Life-Mountbatten-ebook/dp/B00AB19536
The Mountbattens: Their Lives and Loves by Andrew Lownie https://www.amazon.com/Mountbattens-Andrew-Lownie/dp/1788702565
"Edwina" https://www.lordmountbattenofburma.com/edwina
"India's Last Vicereine" by Katherine Bailey
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