सोमवार, 10 अक्तूबर 2011

दीपावली: राजकुमारी सीता का स्वागतोत्सव


राजकुमारी सीता
 (यह चित्र सीताचरितमानस के लिए बनाया गया है. मूल चित्र यहाँ है )
भारतवर्ष में ही नहीं, अपितु विश्व भर में हिन्दू धर्म के लोग कार्तिक माह की अमावस्या के दिन भांति-भांति के दीपक, मोमबत्तियां, एवं बिजली की बत्तियां जलाकर, एक दूसरे के घर मिष्ठान इत्यादि भेजकर, एवं पटाखे जलाकर दीपावली का त्योहार मनाते हैं.

दीपों के इस उत्सव का सर्वप्रथम वर्णन हिन्दू महाकाव्य रामायण में मिलता है. इस महाकाव्य के नवीनतम संस्करण* श्री सीताचरितमानस के अनुसार, राजकुमारी सीता इस दिन राक्षसी मंदोदरी का वध करके मिथिला वापस लौटी थी. मिथिलावासियों ने पूरे नगर को दीपों से सुसज्जित करके अत्यंत हर्षोल्लास के साथ उनका स्वागत किया था.
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