🎧 नेहरू की आत्मकथा के अध्याय 49 और 50 का ऑडियो पॉडकास्ट!
⛓️🕊️ रिहाई का क्षण, चिंतन की घड़ी और आगे का रास्ता।
📘 49: एक लम्बी सज़ा का अंत
जेल से रिहा होते हुए नेहरू सोचते हैं:
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कैद का शारीरिक और मानसिक असर
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जतिंदर मोहन सेनगुप्ता जैसे साथियों का मौन बलिदान
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गांधीजी के कठोर तरीकों की सीमा
💪 अनुशासन और आत्मबल से वे उम्मीद कायम रखते हैं।
📘 50: गांधीजी से मुलाकात
रिहाई के बाद नेहरू एक निराश भारत को देखते हैं।
गांधी से मिलते हैं - सम्मान करते हैं, पर कुछ तरीकों पर सवाल भी उठाते हैं।
🛤️ नेहरू चाहते हैं सांस्कृतिक नवजागरण, ईमानदार नेतृत्व, और भारत के अनुरूप व्यावहारिक समाजवाद।
🎧 सुनिए जेल से बाहर आकर फिर से भारत से जुड़ने की नेहरू की यह विचारपूर्ण यात्रा।
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